Historical Moment of Ram Mandir Inauguration in Ayodhya, अलौकिक, ऐतिहासिक क्षण, भव्य प्राण-प्रतिष्ठा के बाद मंदिर में विराजे श्री रामलला 

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Historical Moment of Ram Mandir Inauguration took place in ayodhya, अलौकिक, ऐतिहासिक क्षण, भव्य प्राण-प्रतिष्ठा के बाद मंदिर में विराजे श्री रामलला :

रामनगरी अयोध्या में कल का दिन ऐतिहासिक रहा । वर्षों की प्रतीक्षा के बाद रामलला अपने जन्मस्थान पर बने मंदिर में विराजमान हुए । 

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नवनिर्मित राम मंदिर में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भव्य और दिव्य रहा । शंखध्वनि, घंटे-घड़ियाल के साथ मंत्रोच्चार की गूंज और साथ मे श्रीरामलला की जय-जयकार के बीच जब भगवान के नूतन विग्रह के पट खोले गये तो हर कोई भावुक हो उठा । हाथों में धनुष-बाण लिए अपने बाल स्वरूप में सामने आए रामलला को देखकर भक्त आह्लादित और आनंदित हो गए और भक्ति में झूमने लगे । 

पूर्वक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हुआ प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम :-

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कल, 22 जनवरी 2024 को दोपहर के 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक के बीच अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न वृश्चिक नवांश में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य पूर्ण किया गया जिसमें प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री, श्री नरेंद मोदी जी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख, श्री मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री, श्री आदित्यनाथ योगी जी ने प्रतिभाग किया ।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर आचार्य सुनील शास्त्री ने प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उन्हें संकल्प धारण कराया । फिर मुख्य आचार्य गणेश्वर शास्त्री जी ने उनसे चल विग्रह के रूप में विराजमान श्री रामलला, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सहित हनुमान जी की पूजा कराई । मोदी जी गर्भ गृह में 1 घंटे से भी अधिक समय तक उपस्थित रहे । उन्होंने भगवान को दंडवत प्रणाम किया और देशवासियों के कल्याण की कामना की ।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद तय हुआ प्रभु की पूजा का विधान :- कल के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद, 23 जनवरी से रामलला की पूजा का विधान तय हो गया है । अब रोज सुबह ब्रह्म मुहूर्त में, सुबह के लगभग 3:00 बजे से गर्भ गृह की स्वच्छता के साथ पूजन और श्रृंगार की तैयारी की जाएगी । फिर तय समय पर भगवान के दोनों विग्रह और श्री यंत्र को मंत्रों से जगाया जाएगा । फिर प्रभु की मंगल आरती होगी और उसके बाद विग्रहो का अभिषेक और श्रृंगार भोग होगा और फिर 4:30 से 5:00 के बीच श्रृंगार आरती होती । फिर सुबह के 8:00 से प्रभु के दर्शन शुरू होंगे । फिर दोपहर के लगभग 1:00 बजे, मध्यान्ह में भोग आरती होगी । फिर 2 घंटे तक भगवान विश्राम करेंगे और दर्शन बंद रहेंगे । फिर दोपहर के 3:00 से प्रभु के दर्शन फिर से शुरू हो जाएंगे जो रात के 10:00 तक जारी रहेंगे । इस बीच शाम को 7:00 बजे संध्या आरती भी होगी ।

दिन के अनुसार बदलेगा रामलाल के वस्त्रो का रंग :-

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श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारियों के अनुसार, श्री रामलला के वस्त्रों का रंग दिन के अनुसार रहेगा । रामलाल सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को हल्का पीला, शनिवार को नीला और रविवार को गुलाबी रंग की के वस्त्र धारण किया करेंगे ।

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Mrs. Pragya एक आर्ट्स ग्रेजुएट हैं । उन्होंने एम जे पी रूहेलखंड यूनिवर्सिटी से अपना BA किया है । उन्हें साहित्य में रूचि है । वे विशेषकर कहानियां पढ़ना पसंद करतीं हैं । इसके आलावा वे काम की न्यूज को ऑनलाइन खोजती हैं और उन्हें इस ब्लॉग के माध्यम से हिंदी में पाठको तक पहुंचाती हैं ।
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